सिनेमा और कॉमिक्स मनोरंजन के दो बेहतरीन माध्यम है और अगर इन दोनों माध्यम को एक कर दिया जाए तो बनता है Cinemics. 2022 में इस नाम से एक नए प्रकाशन का प्रारंभ हुआ और आज मैं करने जा रहा हूं उस प्रकाशक की कॉमिक्स का dissection जिसका शीर्षक है ठग (Thug)
Credits
- Writer – Ajitesh Sharma
- Art – Burak Ata
- Editor – Shilpa Sharma
Art
इस कॉमिक्स का आर्ट वर्क काफी minimalistic है। चित्रकार बुराक अता ने चित्रों में बैकग्राउंड पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया है और अधिकतर पैनल्स में बैकग्राउंड सादा ही रहता है। यह एक तरह से अच्छा ही है क्योंकि यह कहानी character driven है। इस प्रकार के चित्रांकन से पाठक का ध्यान मुख्यता किरदारों पर रहता है। कई फ्रेम्स में आप किरदारों के चेहरे के भावों को भी देख सकते हैं जो कि इस चित्रकार की काबिलियत को दर्शाता है। लेकिन यह भी कहना गलत नहीं होगा की कॉमिक्स में कई ऐसे फ्रेम भी हैं जो जल्दी में बनाए गए लगते हैं और कॉमिक्स की overall look को गिरा देते हैं।
Story
इस कॉमिक्स की आत्मा है इसकी कहानी जो आखरी एक्ट तक दिमाग को चकरी की तरह घुमा कर रख देती है। कहानी को लेखक द्वारा किसी मूवी की तरह प्रस्तुत किया गया है। कथानक के हर प्रसंग को हर महत्वपूर्ण किरदार की आंखों से दिखाया गया है जिससे कि जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है रहस्य पर और परते चढ़ती चली जाती है। कहानी कहीं पर भी बोझिल नहीं होती है और अंत में जब रहस्य खुलता है तो पाठक कहानी की तारीफ करने से खुद को रोक नहीं सकता है। हालांकि इस अच्छे लेखन को खराब एडिटिंग की वजह से थोड़ा नुकसान जरूर पहुंचता है। कुछ जगह कहानी का narration present continuous tense मे लिखा गया है तो वहीं कुछ जगह past continuous tense में। इन गलतियों के बावजूद भी कहानी फुल पैसा वसूल है।
Final Verdict
ठग एक ऐसी कहानी है जो वाकई में बीते साल की सर्वश्रेष्ठ कॉमिक्स में से एक कही जाएगी। अगर इस कॉमिक्स का आर्ट वर्क भी उच्च कोटि का होता तो यह कॉमिक्स पूरी तरह से एक सिनेमैटिक फील देती। अगर आपने यह कॉमिक्स नहीं ली है तो इसे जरूर लें क्योंकि यह एक संग्रहणीय कॉमिक्स है।