Bulls Eye Press ने पिछले 2 साल में काफी सारी बेहतरीन कॉमिक्स हमें पढ़ने को दी है। चाहे वाह ड्रैकुला हो या फिर यझा, माइकल मांझा इत्यादि लीक से हटकर लुभावने किरदार। सिर्फ 2 साल के छोटे से समय में बुल्स आई प्रेस ने भारतीय कॉमिक्स के पाठकों के दिल में एक विशेष स्थान बना लिया है।
But as they say, we live in a very fast world and it is important keep doing new stuff in order to hold your market/audience.
इसी क्रम में बुल्स आई प्रेस ने एक विदेशी कॉमिक्स को देसी तड़का लगाकर भारतीय पाठकों के सामने पेश करने का gamble खेला, जब उन्होंने दी लास्ट डिटेक्टिव : रिडेंप्शन को हिंदी में अनुवाद करके प्रकाशित करने का निर्णय लिया।
एक अनजान देश के एक अनजान प्रकाशक कि एक अनजान कॉमिक्स के साथ इतना बड़ा business risk लेना क्या बुल्स आई के लिए fruitful रहा या नहीं इसे जानने के लिए आइए करते हैं इस कॉमिक्स का dissection।
कथानक
कॉमिक्स की कहानी एक ऐसे जासूस के बारे में जो 20 साल पहले एक मिशन में बुरी तरह से नाकाम होने के पश्चात अज्ञातवास में चला गया था। 20 साल बाद समय काफी बदल चुका है, और एक ऐसा atypical case, New Amazon की पुलिस के सामने आया है, जिसके लिए उन्हें फिर उसी रिटायर्ड जासूस की जरूरत पड़ने वाली है।
समस्या यह है कि वह जासूस अब पहले की तरह तेज नहीं रहा है, इसलिए उसके साथ एक एंड्राइड को लगाया जाता है। आगे की कहानी इस जासूस और एंड्रॉयड के बीच की नोकझोंक तथा मार्केट में फैले एक जहरीले ड्रग्स के सप्लायर की तलाश में आगे बढ़ती रहती है।
कहानी में main villain का reveal इस कहानी का सबसे रोमांचक and mind blowing part है।
चित्रांकन
The art in this comics reminds me of the art in Phantom comics by Lee Falk।
कहानी का एक एक पैनल काफी आकर्षक बना है खास करके एक्शन scenes और splash pages बड़े साइज में बेहद लुभावने लगते हैं। कलरिंग top notch है और कॉमिक्स पढ़ने के आनंद को दुगना करती है।
Overall this is one must buy comics from bullseye press.
उम्मीद है कि बुल्स आई भविष्य में भी इस प्रकार की बेहतरीन विदेशी कहानियों को भारतीय पाठकों तक लाने का प्रयास करती रहेगी और भारतीय कॉमिक्स को एक नई ऊंचाई पर ले जाने का काम करेगी।
बुल्सआई का कंटेट मुझे भी लुभावना लगता है। यह लेख भी कॉमिक के प्रति उत्सुकता जगाने में कामयाब होता है। हाँ, इसकी कीमत कई बार हाथ बाँध देती है। फिर भी जल्द ही पढ़ने की कोशिश होगी।