पुनरुत्थान कॉमिक्स ने हर पाठक का दिल जीत लिया। लेकिन साथ में यह डर भी था कि कहीं आगे चलकर कहानी धीमी ना पड़ जाए या फिर कुछ ज्यादा लंबी ना खींच जाए। इसी वजह से शंखनाद कॉमिक्स को लेकर काफी संशय मन में बना हुआ था लेकिन एक बार फिर नितिन मिश्रा और अनुराग सिंह की जोड़ी ने जादू रचते हुए पुनरुत्थान से शुरू हुए इस सफर को और भी रोमांचक बना दिया। आखिर ऐसा क्या खास है शंखनाद में? आइए जानते हैं इस dissection के माध्यम से।
Credits
- Concept – Nitin Mishra
- Writer – Anurag Singh
- Art – Dildeep Singh
- Inking – Vinod Kumar
- Coloring – Parveen Singh/Sunil Dasturiya
- Calligraphy – Gaurav Gangele/Mandar Gangele
- Editor – Sanjay Gupta
Plot
ब्रह्म गणों द्वारा रचे गए षड्यंत्र में फसने के बाद ब्रह्मांड रक्षक बुरी तरह परास्त हो चुके हैं। वही ब्रह्म गण धीरे-धीरे करके धरती को दूषित करते जा रहे हैं और उनका रास्ता रोकने वाला कोई भी नहीं है। क्या ब्रम्हांड रक्षक दोबारा एकत्रित होकर इन्हें रोक पाएंगे या फिर ब्रह्म गण धरती पर सदा के लिए अपना आधिपत्य स्थापित करने में सफल हो जाएंगे, इसी की कहानी है शंखनाद।
Art
पुनरुत्थान की तरह ही शंखनाद के चित्र भी दिलदीप सिंह द्वारा काफी समय पहले बना लिए गए थे। इसलिए इस आर्ट वर्क में उनके आज के काम जैसी perfection नहीं है, लेकिन फिर भी इस कॉमिक्स का आर्टवर्क लाजवाब लगता है। इसका मुख्य कारण चित्रों में की गई रंग सज्जा और साथ ही साथ एक्शन दृश्यों में की गई मेहनत है। मैं एक बार फिर अपनी बात दोहराता हूं कि इस श्रृंखला के तीसरे और अंतिम भाग का आर्ट वर्क कितना लाजवाब होगा यह सोचकर ही मैं रोमांचित हो जाता हूं।
Story
जहां पुनरुत्थान कॉमिक्स में केवल कलयुग के ब्रह्मांड रक्षकों को दिखाया गया था, वही शंखनाद में इस कहानी का दायरा बढ़ाते हुए अन्य लोगों को भी समेट लिया गया है। लेकिन अश्वराज, गोजो, योद्धा, शुक्राल और तिलिस्मदेव जैसे पुरातन काल के योद्धाओं को जिस खूबसूरती से इस कहानी में जोड़ा गया है वह केवल और केवल नितिन मिश्रा जैसा लेखक ही कर सकता है। इसके साथ ही सुपर इंडियन, एंथोनी और राज कॉमिक्स के सुपर फ्लॉप किरदार प्रेत अंकल को भी इस कहानी में एक पुनर्जन्म का मौका मिला है। पूरी कहानी में कोई भी किरदार जबरदस्ती ठूसा हुआ या फिर कमजोर नहीं लगता है। सुपर कमांडो ध्रुव के मित्र हो या फिर ब्रह्मांड रक्षकों के चिर परिचित शत्रु, सभी के किरदारों के साथ पूरा न्याय किया गया है। कहानी की गति बेहद तेज और चुस्त है। आप एक बार कहानी जब पढ़ने बैठेंगे तो बिना खत्म किए उठना आपके लिए संभव नहीं होगा।
Final Verdict
पुनरुत्थान और शंखनाद दोनों कॉमिक्स ने भारतीय कॉमिक्स जगत में एक नए प्राण फूंकने का काम किया है। इस श्रृंखला का तीसरा और अंतिम भाग अपने साथ बहुत सारे सवाल जवाब लेकर आएगा साथ में सारी उम्मीदों के बोझ तले दबा भी होगा। अगर आप वाकई में राज कॉमिक्स द्वारा हालिया में प्रकाशित एक बेहतरीन कहानी का आनंद लेना चाहते हैं तो इस कॉमिक्स को पढ़ने का मौका बिल्कुल भी मत जाने दीजिए।