Hello Comic Nerds
सन 2000 के बाद ऐसा लगता था की राज कॉमिक्स किसी क्रिएटिव कंपनी की जगह एक फैक्ट्री लाइन में तब्दील हो गई थी। यह वह दौर था जब राज कॉमिक्स हर महीने एक दर्जन कॉमिक्स निकालने लगी थी। जाहिर सी बात है कि इस आपाधापी में कॉमिक्स की कहानियों का और आर्ट का स्तर लगातार गिरने लगा था।
लेकिन उस समय तो बस मन इसी बात से प्रसन्न हो उठता था की टू इन वन या मल्टीस्टारर कॉमिक्स आ रही है। और इसी बावले मन के फेर में पड़कर हमने बहुत सारी ऐसी मल्टीस्टारर विशेषांक खरीदें जिन्हें आज 20 साल बाद दोबारा पढ़ना भी एक पहाड़ चढ़ने जैसा दुष्कर कार्य लगता है।
आज हम करेंगे ऐसे ही एक मल्टीस्टारर विशेषांक का dissection.
Let’s dissect
आज मैं आप लोगों के लिए जो विशेषांक लेकर आया हूं उसका शीर्षक है सवा लाख से एक लड़ाऊं। अब क्योंकि इस विशेषांक में कई प्रमुख किरदार है इसलिए dissection हर एक सुपर हीरो की इस कहानी में अहमियत रखते हुए किया जाएगा।
Story
सवा लाख से एक लड़ाऊं मूलत: योद्धा की कहानी है।
कहानी में देवांतर नामक असुर सम्राट स्वर्ग पर आक्रमण करता है और उसे यह वरदान प्राप्त है की कोई भी देवता उसे हरा नहीं सकता है। लेकिन एन वक्त पर योद्धा वहां पहुंचकर उसे हरा देता है। Technically योद्धा भी एक देव है इसलिए कहानी यहीं पर एक plot error create कर बैठती है। हालांकि लेखक ने इसके पीछे एक वजह बताने की कोशिश की है लेकिन लॉजिक के हिसाब से वह फिर भी सटीक नहीं बैठती है।
पराजय के बाद असुर सम्राट को यह ज्ञान मिलता है कि अगर उसे योद्धा को हराना है तो उसे ब्रह्मांड रक्षकों के हाथों पाप करवाना होगा।
और यहीं से होती है एंट्री बाकी सुपर हीरोज की।
Doga
डोगा को सभी सुपर हीरो में सबसे ज्यादा फुटेज मिला है। 60 पृष्ठ की कहानी में 12 पृष्ठ डोगा और काल पहेलियां ही ले जाते हैं। अंत में भी डोगा को थोड़ा फुटेज खाने को मिलता है।
Parmanu
परमाणु का इस कॉमिक्स में कार्य केवल छल्ले उड़ाना या योद्धा की मार से खुद उड़ जाना है।
Tiranga
श्रीमान अभय पूरी कहानी मात्र अपनी ढाल से दुश्मन के वारो को रोकते हुए नजर आते हैं।
Kobi/Bheriya
डोगा के बाद अगर किसी सुपर हीरो को थोड़े बहुत दांवपेच दिखाने को मिला है तो वह यह दोनों है।
Inspector Steel
इनका काम इस कॉमिक्स में केवल एक फ्रेम में मुक्का मारने और कुछ हवाई फायर करने का है।
Shakti
इस कहानी की सबसे शक्तिहीन किरदार। पहले तो वह असुर के प्रभाव में पाप कर रहे सुपर हीरोस को रोक नहीं पाती हैं। फिर बेचारी अपने योद्धा भैया को बुला कर लाती है। और फिर ना जाने कैसे सब सुपर हीरोस को असुर के प्रभाव से मुक्त करवाती है।
Story is a mess
हनीफ अजहर जी द्वारा लिखी गई यह कहानी इतनी सतही है की शायद प्राइमरी कक्षा का बच्चा भी अपने खिलौनों से खेलते हुए इससे अच्छी कहानी गढ़ सकता होगा।
Art
इस कॉमिक्स का आर्ट धीरज वर्मा जी द्वारा किया गया है इसलिए मैं इस पर अधिक टीका टिप्पणी नहीं करूंगा और बस इतना कहूंगा की the less said the better.
Verdict
अगर ये कॉमिक्स आपको रिप्रिंट रेट के आधे दाम में भी मिल रही हो, तो बेहतर होगा कि आप उन पैसों से सड़क किनारे किसी गाय अथवा कुत्ते को भोजन करवा दीजिए। कुछ पुण्य कमा लेंगे और एक पाप से भी बच जाएंगे।
Ek dum bareeki se is comics ka aapne dissection kiya hai.
Bahut kharaab comics thi ye. Sach me wo zamana line se kharaab stories wali comics ka tha
मल्टीस्टारर कॉमिक्स में कुछ को तो फोकस मिलता ही है… कइयों में ये देखा है…. वैसे ऐसा ही कान्सेप्ट बान्केलाल कलियुग में का भी है… बस उसमें बान्केलाल को उनके बाल लाने होते हैं और वहीं एक राक्षस इन रक्षकों को हराने के पीछे पड़ा रहता है…