Hello Comic nerds
कॉमिक्स पढ़ना एक शौक है। लेकिन कभी-कभी यह एक शॉक भी बन सकता है। विशेषकर तब जब कॉमिक्स की कहानी ऐसी हो कि उसे पढ़ने के बाद आप के सर मे दर्द होने लगे। इतना ज्यादा दर्द कि आप सर पकड़ ले। और दुआ करें कि कोई आपके सर के ऊपर से Road Roller चला दे।
बस ऐसी ही एक ऐतिहासिक कॉमिक्स का आज मैं करने जा रहा हूं dissection.
अब तक तो आप समझ ही गए होंगे कि इस कॉमिक्स का नाम ही है रोड रोलर (Road Roller).
Credits
- Writer – Meenu Wahi
- Art – Manu
- Edited by – Manish Chandra Gupta
Plot (Error 404)
कॉमिक्स में कहानी है एक अनजान शक्तिशाली वैज्ञानिक दैत्य की। यह दैत्य धरती के बड़े सुपर हीरोस को हरा कर कुछ हासिल करना चाहता है। जाहिर सी बात है वह धरती पर राज करना ही होगा। बस इससे ज्यादा प्लॉट में कुछ जानने के लिए बचा नहीं है।
Story (Spoilers… better to spoil this)
तो जैसा कि आपने ऊपर पढ़ा कि सुपरा नाम का एक अनजान शैतान धरती पर राज करना चाहता है। और इसके लिए वह दिल्ली के ऊपर निशाना साधता है। और उसकी इस मुहिम का लक्ष्य होते हैं गगन, विनाशदूत, प्रलयंका और ‘दिल्ली की छत’ परमाणु.
गगन, विनाशदूत और प्रलयंका बड़ी आसानी से अपने ही प्रतिबिंब रोबोट्स से लड़कर परास्त हो जाते हैं। फिर बारी आती है अपने परमाणु की। परमाणु भैया तो अपने प्रतिबिंब रोबोट को पटक कर खोल देते हैं। लेकिन यह इतना आसान नहीं होता है। क्योंकि उस रोबोट में उनकी सारी शक्तियों की नकल मौजूद रहती है। ऐसे में परमाणु भैया इस्तेमाल करते हैं ब्रह्मांड की सबसे विध्वंस्कारी शक्ति का।
“डबल विल पावर”
Title Villain?
इसके बाद एंट्री होती है कॉमिक्स के शीर्ष विलन (शीर्ष क्योंकि कॉमिक्स का शीर्षक उसी के नाम पर है).
इन महानुभाव का नाम होता है रोड रोलर और यह रोड रोलर पर सवारी करते हैं। मतलब दुनिया के सबसे धीमे वाहन पर यह दुनिया फतह करने निकले हैं। 60 पन्नों की कॉमिक्स में शीर्ष विलन मात्र 15 पन्नों में ही धराशाई हो जाते हैं। और पाठक सोच में पड़ जाता है कि इस कॉमिक्स का नाम रोड रोलर क्यों रखा।
WMD (Double will power strikes again)
खैर उसके बाद परमाणु भैया मुख्य विलेन सुपरा के अड्डे पर पहुंच जाते हैं जहां दैत्य सुपरा ने गगन, विनाशदूत और प्रलयंका को कैद कर रखा है। परमाणु उन सब को रिहा कर लेता है और विश्व के सबसे विध्वंसकारी शस्त्र “डबल विल पावर” के प्रयोग से सत्य को जीत हासिल होती है।
Art
कॉमिक्स में आर्ट मनु जी का है जो हमेशा की तरह अच्छा है। लेकिन हम केवल आर्ट देखने के लिए तो कॉमिक्स नहीं खरीदते हैं।
Final Verdict
कॉमिक्स को पढ़ने और रिव्यू लिखने के बाद भी मुझे समझ नहीं आ रहा है की इस कहानी को हरी झंडी किसने दी। गगन और विनाशदूत इस कॉमिक्स के बाद कभी उठ भी नहीं पाए। लेखक ने उनका करियर वहीं समाप्त कर दिया।
“डबल विल पावर” भी उनके काम नहीं आई।
खैर डबल विल पावर तो इस कॉमिक्स को पढ़ने वाले के काम भी नहीं आई होगी।
चलता हूं सिर में दर्द हो रहा है। योगी जी से रोड रोलर मंगवाया है। बस गलती से बुलडोजर ना आ जाए।
Dekhiye Gagan Vinashdoot ki comics aise hi nikalna band kar dete to ICUFC sareeke fans danda kar dete “inki comics kab aayegi” karke. Road Roller nikali hi isliye ki koi aage demand bhi karne layak na rahe 🤣🤣
डबल विल पावर का इस्तेमाल करके ही पढ़नी पड़ेगी ये कॉमिक्स। रोचक रिव्यू। आप अब सैराडोन लीजिए।