Hello Comic nerds
तो मार्केट में ताजा ताजा खबर यह है कि राज कॉमिक्स बाय मनोज गुप्ता ने पागल नागराज कलेक्टर एडिशन के प्रीऑर्डर की घोषणा कर दी है। अब इस कलेक्टर एडिशन की मांग किसने की और क्यों की यह तो समझ के परे है लेकिन, इस घोषणा के साथ मेरे मन में यह विचार आया की क्यों ना इस आने वाले कलेक्टर एडिशन की एक second reading की जाए।
Let’s dissect
बस इसी मिशन के साथ मैंने पढ़ डाली पागल नागराज कलेक्टर एडिशन कि दोनों कामिक्स पागल नागराज और मसीहा। हो सकता है की इसको पढ़ने के बाद आप को यह निर्णय लेने में आसानी हो कि यह कलेक्टर एडिशन आपको लेना चाहिए या नहीं। तो चलिए करते हैं पागल नागराज का Dissection.
Credit roll
Writer – Jolly Sinha
Art – Anupam Sinha
Inking – Vinod Kumar
Plot
पागल नागराज की मूलतः कहानी यह है की नागराज के चिर परिचित शत्रु गुरुदेव, और नागपाशा जनता की नजरों में नागराज को पागल घोषित करने में सफल हो जाते हैं। यही नहीं, वह नागराज के स्थान पर नागपाशा को एक सुपर हीरो अवतार में जनता के बीच बैठाने में भी सफल होते हैं। अब नागराज इस विषम स्थिति से कैसे निपटता है, और उसके इस मिशन में उसका साथ कौन कौन देता है, बस इसी की कहानी है पागल नागराज।
Story
जाली सिन्हा जी द्वारा लिखी गई यह कहानी काफी गति से चलती है जिसकी वजह से कहानी शुरू से अंत तक मनोरंजक बनी रहती है। नागराज के पागल होने का एंगल काफी अच्छे से लिखा गया है, जिससे पाठक को यह यकीन हो जाता है, की नागराज को सच में पागल कर दिया गया है।
कहानी में एक्शन भरपूर है लेकिन गुरुदेव और नागपाशा से इस तरह के बचकाने षड्यंत्र की उम्मीद करना गले के नीचे नहीं उतरता है। खास करके नागपाशा का मसीहा बनने वाला एंगल काफी अटपटा सा लगता है। मुझे राज कॉमिक्स से यह शिकायत हमेशा रहेगी कि उन्होंने नागपाशा जैसे अमृत्व प्राप्त कर चुके किरदार को एक डरपोक विलेन बना दिया। जिस प्रतिद्वंदी को नागराज के संसार में वही स्थान दिया जाना चाहिए था जोकि डार्कसाइड का सुपरमैन के संसार में है, उसे शायद नागराज के सबसे हास्यास्पद विलेन में परिवर्तित कर दिया गया।
इस कहानी में सिल्लू और विषांक का भी अहम किरदार है, जो कि एक अच्छा कैरेक्टर डेवलपमेंट है।
Art
जहां तक बात करें आर्ट की, इस कॉमिक्स का आर्ट चिर परिचित अनुपम सिन्हा जी का आर्ट है। चाहे कुछ भी हो अनुपम सर के आर्ट में कमियां ढूंढना बहुत मुश्किल काम है। हमेशा की तरह इस कॉमिक्स में भी उन्होंने किसी को निराश नहीं किया है।
Final word – Go for PB
कुल मिलाकर यह एक अच्छी मिनीसीरीज है जिसे पढ़ने में आनंद आता है लेकिन यह इतनी भी अच्छी नहीं है कि इसका कलेक्टर एडिशन लिया जाए। ₹349/- का कलेक्टर एडिशन लेने से अच्छा है की ₹220/- में पेपरबैक ले लिया जाए।
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