Hello Comic Nerds
कालचक्र श्रृंखला एक ऐसी श्रृंखला है जिसे पढ़ना मेरे लिए मुश्किल होता जा रहा है। लेकिन किसी कहानी को अधूरा छोड़ ना मुझे बेचैन कर देता है। इसलिए कालचक्र श्रृंखला के पांचवें अध्याय को मैंने हिम्मत करके पढ़ लिया। इस अध्याय का नाम है नागराज अमेरिका में (Nagraj America mein).
और अब आपके सामने पेश करता हूं इस कॉमिक्स का dissection.
Credits
- Writer – Jolly Sinha
- Art – Anupam Sinha
- Inking – Vinod Kumar
- Coloring – Sunil Pandey
- Editor – Gupta ji
Art
नागराज अमेरिका में (Nagraj America mein) का आर्ट वर्क इस श्रृंखला में अभी तक सबसे बेहतर है। पुराने अंको की गलतियां इनमें नहीं दोहराई गई हैं। एक्शन दृश्यों में नागराज और उसके प्रतिद्वंदी के आकार का अनुपात बना रहता है। नागराज और उड़ाका की लड़ाई के दृश्य काफी रोमांचक बने हैं। मात्र स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी वाले चित्र थोड़ा निराश करते हैं क्योंकि उन चित्रों को देखकर यह कतई नहीं महसूस होता है की यह लड़ाई एक ऐतिहासिक मूर्ति के अंदर हो रही है।
Story
जहां आर्ट वर्क में सुधार दिखता है वही कहानी में तमाम loop holes दिखाई देते हैं। सबसे पहले तो यह बात समझ में नहीं आती है कि जब नागराज उड़ाका के खोल में कैद होकर नीचे गिर रहा होता है, तब उड़ाका अपने पंखों का प्रयोग करके उसे दूर से गिरते हुए देखने की जगह उसके साथ-साथ गोता क्यों लगाने लगता है।
दूसरा सबसे अहम loop hole ट्विन टावर पर होने वाले आत्मघाती हमले वाले सीक्वेंस में आता है। इस सीक्वेंस की शुरुआत में एक प्लेन एक टावर में टकराता है। इसके बाद नागराज दूसरे प्लेन को टक्कर मारने से रोक लेता है। लेकिन पहला टावर तो क्षति ग्रस्त हो ही चुका है। किंतु नागराज उस टावर फंसे लोगों को बचाने की जगह अपनी जय जयकार सुनने में व्यस्त हो जाता है। एक सुपर हीरो के रूप में अनुपम जी ने नागराज से वही कार्य करवा दिया जो उन्होंने ध्रुव से बर्फ की चिता में करवाया था। यानी कि सुपर हीरो ने सैकड़ों हजारों लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया।
इसके बाद भारती की खोज फिर चालू हो जाती है।
यहां इस बात का उल्लेख करना जरूरी है की पूरी श्रृंखला में कहीं पर भी भारती को लेकर एक panic situation create करने में लेखक असफल रहा है।
कहानी के अंत में एक major twist आता है लेकिन उस ट्विस्ट में shock value absent रहती है।
Final Verdict
एक individual chapter के रूप में यह कॉमिक्स कुछ खास मनोरंजन नहीं करती है, और एक श्रृंखला की कड़ी के रूप में भी श्रृंखला के अंतिम भाग के लिए उत्साह पैदा करने में असमर्थ रहती है। उम्मीद है कि आतंकवादी नागराज में कहानी कुछ नयापन लेकर आएगी हालांकि इसकी उम्मीद कम ही लग रही है।