Hello Sapolas
कुछ कॉमिक बुक्स ऐसी होती हैं जिन्हें केवल हाथ में पकड़ने से यह पता चल जाता है कि आपके पैसे वसूल हो गए हैं। और जैसे-जैसे आप पन्ने पलटते जाते हैं, आपको लगता है कि आपकी investment लाजवाब returns दे रही है। ऐसी ही एक कॉमिक बुक है नाग प्रलोप (Naag Pralop), और आप पढ़ने जा रहे हैं इस कॉमिक का dissection.
Credits
- Writer – Nitin Mishra
- Art – Aadil Khan Pathan
- Coloring – Basant Panda
- Lettering and Graphic design – Mandar Gangele/Gaurav Gangele
- Editor – Sanjay Gupta
Plot
अप्सरा लापता है। तौसी उसे ढूंढ रहा है। नागराज अपने सवालों के जवाब ढूंढ रहा है। और अप्सरा को कैद करने वाले कोई गहरा षड्यंत्र रच रहे हैं। इन सारी कहानियों को जोड़ती हुई महागाथा का दूसरा अध्याय है नाग प्रलोप (Naag Pralop).
Art
प्रलय का देवता में आदिल खान ने अपने आर्ट वर्क से हम सबका दिल जीत लिया था। लेकिन नाग प्रलोप में उनके आर्ट वर्क को देखकर मैं यही कह सकता हूं कि “एक ही तो दिल है आदिल भाई, कितनी बार जीतोगे”.
कॉमिक्स का एक-एक पैनल बेहतरीन बना है। अप्सरा और तौसी के प्रेम मिलन के लाजवाब चित्रण वाले splash पेज से कॉमिक्स की शुरुआत होती है और जो समा बनता है, उसे बयां करने के लिए मुझे एक कविता लिखनी पड़ेगी। नागराज और तौसी दोनों का ही चित्रण अद्भुत लगता है विशेषकर तौसी का fedora look.
हालांकि आर्टवर्क में एक जगह मेरे मन में कुछ प्रश्न जरूर आए। जैसे कि कार चेज सीक्वेंस में नागराज गाड़ियों को अपने सांपों के द्वारा बांधकर बचा लेता है लेकिन उस चित्र में ऐसा लग रहा है कि नागराज हवा में उड़ रहा है जबकि नागराज के पास उड़ने की शक्ति वीनाम के बाद आई थी।
Story
यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि नितिन मिश्रा ने राज कॉमिक्स में नए प्राण फूंक दिए हैं। चाहे वह नाग ग्रंथ श्रृंखला हो या फिर प्रलय का देवता, कहानी इतनी ज्यादा बांध कर रखती है की अगला भाग पढ़ने के लिए इंतजार करना मुश्किल हो जाता है।
तौसी और अप्सरा के अगाध प्रेम को लेखक ने बहुत अच्छे से प्रस्तुत किया है। कहानी लगातार एक गति पकड़ कर चलती है और किसी भी पन्ने पर धीमी नहीं पड़ती है। धरती पर तौसी का आना और अप्सरा को ढूंढते हुए दीवानगी में अपराधियों का नरसंहार करना, यह एहसास कराता है की इस किरदार मे एक अलग ही swag है। वही लेखक ने नागराज को भी कहीं से कम नहीं दिखाया है।
नितिन मिश्रा की लेखनी की सबसे खास बात यही है कि वह अपनी कहानियों में हर किरदार के साथ न्याय करते हैं। इस कहानी में हर किरदार का महत्व है और कोई भी मल्टीस्टारर कॉमिक्स में तिरंगा जैसा नहीं महसूस होता है।
Final Verdict
नाग प्रलोप एक लाजवाब कॉमिक्स है। स्टोरी, आर्ट वर्क, क्वालिटी इत्यादि हर पैमाने पर यह कॉमिक्स खरी उतरती है। In short this is a must have comic book.