Hello Comic nerds
भारतीय कॉमिक्स जगत के इतिहास के पन्नों में कई ऐसी कॉमिक्स है जिन्हें उस जमाने में वह लोकप्रियता नहीं मिली जिसकी वह हकदार थी। यह ऐसी कहानियां थी जो शुरू से अंत तक पाठक को बांधकर रखने का दम रखती थी। लेकिन शायद सुपर हीरोज के तूफान में यह कहानियां कहीं बह गई।
ऐसी ही एक बेहतरीन कॉमिक्स Maut ka Paigam (मौत का पैगाम) का आज मैं करने जा रहा हूं dissection.
Credits
- Writer – Sanjay Gupta
- Art – NA
- Editor – Manish Gupta
Plot
मौत का पैगाम एक mystery thriller है। यह कहानी है एक ऐसे serial killer की जो शहर के नामी-गिरामी लोगों को मार रहा है। और वह उन्हें मारने से पहले डाक द्वारा मौत का पैगाम भेजता है। यह कातिल कौन है और इन कदमों के पीछे उसका क्या उद्देश्य है, इसी रहस्य की कहानी है मौत का पैगाम (Maut ka Paigam)
Art
कॉमिक्स का आर्ट क्लासिक era का है। अफसोस यह है कि कॉमिक्स में चित्रकार का नाम कहीं भी उल्लेखित नहीं है। अगर किसी को इस कॉमिक्स के चित्रकार का नाम पता हो तो कृपया बताने का कष्ट करें।
फिलहाल कॉमिक्स का आर्ट बेहद सरल और साफ है। हर किरदार का चेहरा अलग नजर आता है। हत्या वाले दृश्य काफी वीभत्स लगते हैं जिसकी वजह से यह कॉमिक्स छोटे बच्चों को उस वक्त पढ़ने को नहीं दी जाती थी।
Story
अब बात करते हैं कहानी की। इस कॉमिक्स की कहानी हर पैमाने पर खरी उतरती है। कातिल का रहस्य आखरी एक्ट तक नहीं खुलता है और पूरी कहानी में आप कहीं पर भी क्या अंदाजा नहीं लगा सकते कि कातिल कौन हो सकता है। कातिल द्वारा हत्या करने के लिए अपनाए गए तरीके वाकई में विश्वसनीय लगते हैं। एक एक हत्या को कहानी में जोड़कर बहुत खूबसूरती से एक सूत्र में पिरोया गया है।
जिस खूबसूरती से कातिल हर एक कत्ल को प्लान करता है वह पाठक को मंत्रमुग्ध कर लेता है।
कुछ वर्ष पहले राज कॉमिक्स ने अपनी एक थ्रिल, हॉरर सस्पेंस कहानी पर कम बजट की एक फिल्म बनाई थी। वह फिल्म कुछ खास नहीं पसंद की गई। काश कि राज कॉमिक्स के कर्ता-धर्ता उसके बजाय इस कॉमिक्स का फिल्म रूपांतरण करते।
Final Verdict
यह कॉमिक्स मैंने पहली बार 1994 में पढ़ी थी। लेकिन यकीन मानिए जितनी बार भी इस कॉमिक्स को पढ़ता हूं, लेखक की रचनात्मक शक्ति सलाम करने का मन करता है।
यह एक ऐसी कहानी है जिसे पढ़कर कोई भी पाठक निराश नहीं होगा। आशा है जल्दी ही इसके रिप्रिंट्स भी आएंगे।
कॉमिक बुक के प्रति उत्सुतकता जगाता आलेख। मेरी कोशिश रहेगी कि इस कॉमिक बुक को पढ़ सकूं।