Hello Comic Nerds
आखिरकार हम आ गए हैं उस पड़ाव पर जहां पर तुलसी कॉमिक्स के 3 सबसे बड़े सुपर हीरो एक दूसरे के खिलाफ एक युद्ध लड़ने जा रहे हैं। इस युद्ध में जहां एक तरफ जम्बू की वैज्ञानिक शक्तियां हैं, वहीं दूसरी ओर अंगारा और तौसी की अमानवीय शक्तियां है। इस युद्ध का अंजाम क्या होगा और क्या वाकई में मर गया जम्बू (Mar Gaya Jambu) आइए जानते हैं इस dissection मे।
Credits
- Writer – Ved Prakash Sharma
- Art – Bharat Makwana
- Editor – Pramila Jain
Art
मुझे अभी तक यह समझ में नहीं आया महागाथा के चित्रांकन के लिए प्रदीप साठे जी की सेवाएं क्यों नहीं ली गई। एक बार फिर आर्ट वर्क बेहद औसत है। चित्रों में व्यक्ति और वस्तु का अनुपात बहुत गलत है। किसी चित्र में एक ऊंची इमारत के ऊपर खड़ा हुआ जम्बू उस इमारत की 1 मंजिल से भी ज्यादा बड़ा दिखता है, तो कहीं अगल-बगल खड़े दो किरदार ऐसे लगते हैं कि मानो अंगारा और चार्ली। यह औसत चित्रांकन इस कॉमिक्स को पढ़ दें का मजा पहले ही आधा कर देता है।
Story
इस श्रृंखला के पहले दोनों भाग पढ़ने के बाद मैं बहुत ज्यादा हतोत्साहित था लेकिन इस कॉमिक्स ने मेरी निराशा को दूर करने का काम किया। इस कहानी में नॉन स्टॉप एक्शन है और हां कुछ जगह एक्शन थोड़ा हास्यास्पद सा लगता है लेकिन कुल मिलाकर अंगारा और तौसी द्वारा जम्बू को मारने की कवायद काफी मनोरंजक बनी है। जम्बू की वैज्ञानिक शक्तियों से पार पाने में अंगारा और तौसी को नाको चने चबाने पड़ते हैं और यही एक्शन इस कॉमिक्स को मनोरंजक बनाता है। हालांकि अंत में जिस प्रकार से जम्बू मारा जाता है वह थोड़ा संदेहास्पद लगता है। कहानी में चार्ली और इच्छाधारी नेवले का किरदार भी काफी उभर कर सामने आया है। लेकिन जो सबसे रोचक पहलू इस कहानी का है वह है जम्बू के बेटे। कहानी एक Cliffhanger पर खत्म होती है, और इस महागाथा के अंतिम अध्याय के लिए मन में सैकड़ों प्रश्न छोड़ जाती है।
Final Verdict
मर गया जम्बू एक रोमांचक विशेषांक है, जो केवल अपने औसत चित्रांकन की वजह से मात खाता है। उम्मीद है इस कहानी का अंत उतना ही रोमांचक होगा जितना कि इस भाग का एक्शन था।