Hello Comic Nerds
करीब एक दशक पहले राज कॉमिक्स ने एक नया प्रयोग किया था। यह प्रयोग राज कॉमिक्स ने अपनी मासिक पत्रिका फैंग और अपने फेसबुक पेज पर शुरू किया था इस प्रयोग के तहत राज कॉमिक्स ने अपने प्रमुख सुपर हीरोस के बाल्यकाल स्वरूप यानी कि kid versions पेश किए थे। पाठकों को यह kid versions काफी पसंद आए थे। इसके बाद राज कॉमिक्स ने इन्हीं किरदारों को लेकर हास्य हिंडोला नामक विशेष अंक निकाला, जिसमें इन्हीं किरदारों की छोटी-छोटी मगर लुभावनी कहानियां थी। फिर उसके बाद किन्ही कारणों से इन किरदारों की कहानियां आनी बंद हो गई। ऐसे में जब राज कॉमिक्स बाय संजय गुप्ता ने यह announcement करी कि वह इन super kids को लेकर एक नई कॉमिक्स ला रहे हैं, तुम मेरे मन में छुपे बालक की खुशी का ठिकाना ना रहा। लेकिन एक भय भी था कि क्या इतने सालों बाद भी इन किरदारों में वह freshness factor रहेगा या नहीं।
खैर आज सुबह ही मुझे प्राप्त हुई वह कॉमिक्स जिसका मुझे काफी ज्यादा इंतजार था। तो आइए, प्रथा को आगे बढ़ाते हुए करते हैं हास्य हिंडोला सीरीज की इस नई कॉमिक्स का dissection।
किसने झापड़ मारा ध्रुव को
Writer – अनुराग सिंह, निशांत पाराशर, मंदार गंगेले
Art – सुशांत पंडा
Inking – सुशांत पंडा, मंदार गंगेले
Editor – संजय गुप्ता
Publisher – Raj Comics by Sanjay Gupta
Story
कॉमिक्स की कहानी ध्रुव की legendary comics मैंने मारा ध्रुव को का official spoof है। कहानी पहले पेज से आखरी पेज तक एक fun ride है। एक एक पैनल धमाकेदार पंच से भरा हुआ है। तकरीबन हर पेज पर राज कॉमिक्स की पूर्व की कॉमिक्स के references दिखाई देते हैं। नागराज का खजाने वाला पंच, डोगा के भारी-भरकम डायलॉग्स, सुपर इंडियन की immaturity से लेकर परमाणु की टेक्नोलॉजी तक पर बेहतरीन हास्य रचा गया है। मुझे विशेषकर ध्रुव का आजादी की ज्वाला वाला पंच और परमाणु का डोगा को ढूंढने वाला sequence, हंसा हंसा कर लोटपोट कर गया। लेकिन इस कहानी का असली स्टार अगर कोई है तो वह है सुपर कमांडो ध्रुव। जिस भी फ्रेम में ध्रुव नजर आता है वह प्रेम आपको दांत दिखाने के लिए मजबूर कर ही देगा। एक तरह से देखा जाए तो इस कॉमिक्स में राज कॉमिक्स के लेखकों ने राज कॉमिक्स के किरदारों का ही उपहास किया है। This kind of humour is called self depreciating humour, and it is considered as one of the highest quality of humour in this world.
Art
अगर बात करें इस कॉमिक्स के art की तो यकीन मानिए चित्र देखने में भले ही साधारण लगते हो लेकिन एक एक चित्र की मासूमियत, आपके बाल मन को छू जाएगी। चित्रों की इकिंग और कलरिंग, हर पैनल को मनमोहक बनाती है। In fact right from the cover page to the advertisement of the next issue in the back, this is a visual delight।
Final Word
जानता हूं कुछ लोग यह कहेंगे कि मैं राज कॉमिक्स में संजय गुप्ता की तरफ partial हूं।
Anyway, कुछ तो लोग कहेंगे लोगों का काम है कहना, इस कॉमिक्स को खरीद कर पढ़ने से वंचित मत रहना।
If you are a genuine comics reader then this is a must buy.
रोचक… कॉमिक्स पढ़ने की उत्सुकता जगाती पोस्ट। जल्द ही पढ़ने की कोशिश रहेगी।
I will recommend this to kids as well
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आपको इतनी पसंद आई। हमारी मेहनत सफल हुई।