Hello Kaaldudes
एक ऐसी शक्ति जो कभी परास्त नहीं हुई। जिसने देवों तक को हराया हुआ है। कुछ ऐसा ही चित्रण किया गया है कालदूत का राज कॉमिक्स में। हालांकि यह चित्रण काफी सारे व्यंग और मीम का आधार बन चुका है। इस किरदार का नाम सुनते ही नागराज की याद आती है लेकिन आज मैं जिस कॉमिक्स का dissection करने जा रहा हूं, उसमें कालदूत तो है लेकिन नागराज नहीं। इस कॉमिक्स का नाम है कालसर्पा (Kaalsarpa) और इसमें कालदूत के सामने खड़ी है, उसके समकक्ष शक्तिशाली देवी शक्ति।
Credits
- Writer – Hanif Azhar
- Penciling – Naresh Kumar
- Inking – Bhupendra Walia, Lalit
- Calligraphy/Color – Sunil Pandey
- Editor – Manish Gupta
Plot
कालसर्पा कहानी है नगीना द्वारा रचे गए एक ऐसे जाल की जिस में फस कर शक्ति और कालदूत एक दूसरे के खून के प्यासे हो जाते हैं। आखिर कौन जीतता है इन दो महा शक्तियों के टकराव में और क्या नगीना का जाल सफल हो जाता है? इसी की कहानी है कालसर्पा।
Art
कालसर्पा का आर्टवर्क राज कॉमिक्स के उस कालखंड का है जब कॉमिक्स बनाना पूरी तरह से एक व्यवसाय बन गया था। अधकचरे आर्ट वर्क की वजह से इस कॉमिक्स को पढ़ने से मोतियाबिंद होने का खतरा बना रहता है। एक्शन दृश्यों में आड़े तिरछे चेहरे और पोलियो ग्रस्त शरीर इस कॉमिक्स को पढ़ना एक चुनौती बना देते हैं।
Story
कॉमिक्स की कहानी में संभावनाएं तो बहुत थी लेकिन आलस्य से भरे लेखन ने इस कहानी को काफी नीरस बना दिया है। कहानी में कई सारे झोल है जो समझ से परे है।
- सर्वप्रथम तो नगीना शक्ति का पीछा करती है और उसे चंदा में बदलते हुए देख लेती है। लेकिन इसके बाद भी उसका यह कहना कि शक्ति पृथ्वी पर किस रूप में मौजूद है वह नहीं जान पाई, logic की धज्जियां उड़ा देता है।
- इसके बाद नगीना द्वारा नागद्वीप पर किया गया हमला, काफी अटपटा लगता है। यह पूरा हमला नगीना अपने ही रूप में करती हैं लेकिन कहानी के अंत में नगीना यह बताती है कि उसने यह हमला शक्ति का रूप धरकर किया था। एक बार फिर logic suicide belt बांधकर बटन दबा देता है।
- तीसरा plot point जो समझ में नहीं आता है वह नगीना द्वारा कालसर्पा को तरुण में प्रवेश करवाना है। नगीना इस शक्ति को किसी भी आदमी या औरत के अंदर समाहित कर सकती थी। तरुण को निशाना बनाने से ना कुछ हासिल होता है और ना ही कहानी में कोई रोचक मोड़ आता है।
- अगर इस कहानी में कोई सम्मानजनक बात है तो वह शक्ति का पंचनाग से होने वाला युद्ध है।
हां, यह बात वाकई में स्वागत योग्य है की पहली बार किसी कॉमिक्स में कालदूत पराजित नहीं होते हैं।
Final Verdict
कुल मिलाकर कालसर्पा एक साधारण कहानी है जिसे खराब लेखन, और उससे भी खराब चित्रांकन बहुत अझेल बना देते हैं। काश की राज कॉमिक्स शक्ति जैसे शक्तिशाली किरदार के साथ न्याय करती।