Hello Comic Nerds
जब नागराज का किरदार भारतीय कॉमिक्स जगत में प्रस्तुत किया गया था तब उसका चित्रण एक बंजारे के रूप में किया गया था। एक खानाबदोश बंजारा जो पूरे विश्व भ्रमण पर निकला है और जिसका लक्ष्य है पूरे विश्व से अपराध और आतंकवाद का समूल नाश। लेकिन खजाना श्रृंखला के बाद नागराज को महानगर की बेड़ियों में बांध दिया गया। इसी ठहराव को तोड़ने का प्रयास किया गया कालचक्र श्रृंखला में और उस श्रृंखला की वह पहली कड़ी जिसमें नागराज विश्व आतंकवाद के उन्मूलन के लिए पुनः अपने सफर पर निकलता है उस कड़ी का नाम है एलान-ए-जंग (Elaan-ae-jung)। और आज मैं करने जा रहा हूं एलान-ए-जंग का dissection.
Credits
- Writer – Jolly Sinha
- Art – Anupam Sinha
- Inking – Vinod Kumar
- Coloring – Sunil Pandey
- Editor – Gupta ji
Art
इस कॉमिक्स के चित्रांकन को दो भागों में बांटा जा सकता है। जहां पहले भाग में अनुपम सिन्हा जी का आर्ट वर्क काफी अच्छा बना है, वही कॉमिक्स के फाइनल एक्ट में किरदारों के अनुपात बहुत ऊपर नीचे होते हैं। कहानी के आखिरी में नागराज पत्थर की मूर्तियों से लड़ता है। कुछ फ्रेम्स में यह मूर्तियां बहुत विशालकाय लगती हैं। वही बाकी फ्रेम्स में उनकी कद काठी नागराज के बराबर दिखती है। सम्मोहन से उत्पन्न नागराज का विशाल रूप वाकई में जबरदस्त दिखता है। लेकिन कुल मिलाकर एक बार फिर आर्ट वर्क एक mixed bag है।
Story
एलान-ए-जंग (Elaan-ae-jung) कॉमिक्स कालचक्र श्रृंखला की कमजोर कहानियों का सिलसिला आगे बढ़ाती है। कहानी के शुरू में ही एक ऐसा किरदार सामने आता है जो राज कॉमिक्स के महा विशेषांक नेगेटिवस से निकला हुआ लगता है। इसके बाद कहानी सीधा अफगानिस्तान का रुख करती है जहां पर हमारी मुलाकात मश्तून शाह से होती है। यहां पर कहानी में एक बार फिर एक ट्विस्ट डाला गया है लेकिन एक बार फिर पाठक को पहले ही अंदाजा लग जाता है कि आगे क्या होने वाला है। यहां पर कहानी में एक गलती भी दिखाई गई है। जब नागराज सम्मोहन के माध्यम से अपने विशाल रूप को दिखाकर अफगानी आतंकवादियों की पिटाई कर रहा होता है उस समय मश्तून शाह कुछ समझ नहीं पाता है। लेकिन थोड़ी देर बाद वह अपने शैतानी आंख से नागराज के इस सम्मोहन की सच्चाई जान जाता है। सवाल यह उठता है कि जब उसकी शैतानी आंख में यह शक्ति पहले से मौजूद थी तो उसने उसी समय अपनी शक्ति का प्रयोग क्यों नहीं किया और अपने आदमियों के पिटने का इंतजार क्यों किया।
फाइनल एक्ट के बाद कहानी खत्म होती है लेकिन एक बार फिर नागराज भारती को खोज पाने में असमर्थ रहता है।
Final Verdict
एलान-ए-जंग (Elaan-ae-jung) कालचक्र श्रृंखला की तीसरी कड़ी है लेकिन 3 अध्याय के बावजूद कहानी में अगले भाग के लिए रोचकता उत्पन्न नहीं हो पाती है। उम्मीद है की इस श्रृंखला की चौथी कड़ी काली मौत में हमें कुछ नया पढ़ने को मिलेगा। काली मौत का dissection आपको जल्द ही पढ़ने को मिलेगा।