डोगा भारतीय कॉमिक्स जगत का सबसे अनूठा किरदार है। कुछ लोग बोलेंगे की यह Punisher की कॉपी है तो भाई हर बंदूक उठाने वाला आदमी एक नही होता। ऐसे तो रेम्बो भी punisher की कॉपी हुआ। अरे भाई back story भी तो देखो।
खैर ICUFC लेवल के इस विवाद में न जाते हुए आज हमने निर्णय लिया RCSG के बदौलत पूरी हुई हमारी Born in Blood सीरीज पढ़ने का।
और फिर एक घंटे में 5 कॉमिक्स और एक बड़े कप कॉफ़ी का स्वाद लेने का बाद हम बैठ गए लिखने इस सीरीज पर अपने विचार और करने इस कॉमिक्स का अपने dissection hall में चीर-फ़ाड़.
Born in blood series में 5 कॉमिक्स है जिसमे कुल 2 कहानियां है।
1. डोगा तेरे कारण और नासूर डोगा – यह कहानी डोगा के अतीत से जुड़े ख्वाबो से शुरू होती है। जहां डोगा पाठको को fourth wall break करते हुए अपने अतीत के कुछ अनजान अध्यायों के बारे में बताता है वही parallel में डोगा के उन्ही किस्सो से मिलती जुलती एक कहानी चलती है। एक लेखक के रूप में संजय गुप्ता और वाही जी की जोड़ी ने एक जबरदस्त कहानी लिखी है जो भावनात्मक रूप से आपको सही गलत सोचने पर मज़बूर करती है। फ्लैशबैक और रियल टाइम में चल रही एक जैसी दोनों कहानिया एक सीख भी देती है कि परिस्थितयो से आदमी क्या सीखता है और फलस्वरूप क्या करता है यह उस व्यक्ति पर ही निर्भर करता है। इसलिए दुनिया को दोष देकर आप अपने फैसलों की ज़िम्मेदारी से बच नही सकते।
इस कहानी में चित्रांकन मनु सर का है जो शायद हमेशा के लिए डोगा के चित्रण का gold standard बन चुके है। इसलिए आर्ट के बारे में ज़्यादा लिखना सूरज को मोमबत्ती दिखाने जैसा ही होगा।
2. निकल पड़ा डोगा, भूखा डोगा और सो जा डोगा – born in blood के दूसरे भाग में जहां डोगा अपने बचपन के किस्सो को याद करना जारी रखता है वही सीरीज के पिछले दो भाग के ठीक विपरीत यह स्टोरी आपको डोगा के कॉमिक्स के डिटेक्टिव जोन में ले जाती है जहां डोगा एक मोहल्ले से खोये 30 बच्चो की तलाश में लगा है। कहानी में सस्पेंस कही भी ढीला नही पड़ता हैं और अगर आप ‘निकल पड़ा डोगा’ पढ़ने बैठते है तो आप निश्चित ही तीनो भाग पढ़े बिना उठ नही सकते। कहानी में आप लोमड़ी को एक नए एजेंडे के साथ देखेंगे, जो उसके damn irritating डोगा को रोको वाले रूप से मुक्ति दिलाता है। कहानी के अंत मे एक सीन ऐसा भी है जिसे देख कर कतई सभ्य बैंगन ब्रिगेड के robinhoods के संस्कारो में पेट्रोल वाली आग लग सकती है।
इन तीनो कॉमिक्स का चित्रांकन किसी स्टूडियो से करवाया गया है जिसने मनु सर के स्टैण्डर्ड को छूने की भरपूर कोशिश की है और उनके इस प्रयास की मैं 90 प्रतिशत सराहना करता हूँ।
कुल मिला के यह सीरीज हमे डोगा के अतीत के कुछ भूले हुए पन्नो की सैर कराती है जिससे हम सूरज के मन मे अपराध के प्रति भरी नफरत को पनपते हुए और अमर बेल की तरह बढ़ते हुए देख सकते है।
My Verdict
1. डोगा तेरे कारण + नासूर डोगा 8/10
2. निकल पड़ा डोगा + भूखा डोगा + सो जा डोगा 9/10
यह कॉमिक्स अब RCSG domain से उपलब्ध है इसलिए अगर आपको यह मिल रही है तो ज़रूर खरीदिये। हार्ड कॉपी लेना, पीडीएफ नही।
Till next review…keep imagining and keep reading.
Wow maine abhi tak padhi nahi thi but jis way me explain kiya rachit bhai ne mai definitely padhunga ise 💐🌹❤️
Thank You.