Hello Comic Nerds
गगन और विनाशदूत के गिने-चुने फैंस का स्वागत है comic dissection के how to kill a superhero श्रृंखला के दूसरे अध्याय में।
आज हम जिस कॉमिक्स की चीज फाड़ करने जा रहे हैं उसका नाम है भन्जा (Bhanja)
Credits
- Writer – Tarun Kumar Wahi
- Art direction – Pratap Mullick
- Art – Millind Misaal
- Editor – Gupta ji (Whichever you prefer)
Plot
यह कॉमिक्स कहानी है राजा प्रताप राज भन्जा (Bhanja) कि जिनका सब कुछ आजादी के बाद सरकार ने ले लिया है। ऐसे में एक कबीला उन्हें एक ऐसे मंत्र की जानकारी देता है जिसे पूरा करने पर वह किसी भी वस्तु को सोने में परिवर्तित कर सकेंगे। उस विधि को पूरा करने के लिए राजा साहब को कई हत्याएं करनी पड़ती है। उनकी हवेली से उठती लाशों की दुर्गंध की तहकीकात करने जब पुलिस आती है तो हवेली के चारों तरफ कुछ आत्माएं कत्लेआम मचा देती हैं। फल स्वरूप हवेली एक भूत हवेली के रूप में जानी जाने लगती है, और धीरे-धीरे समय के आगोश में गुम हो जाती है।
करीब 50 साल बाद उस हवेली में कुछ बदमाश शरण लेते हैं और राजा साहब को जिंदा और पूजा करते हुए पाते हैं। उनके हाथ सोना बनाने का मंत्र भी लग जाता है और उसे लेकर भागने की कोशिश में वे राजा साहब की एक आंख फोड़ देते हैं। उसके बाद उन बदमाशों की तलाश में भन्जा शहर के अपराधियों में कत्लेआम मचा देता है।
आखिर कैसे गगन और विनाशदूत इस कत्लेआम को रोकते हैं। और भन्जा के जिंदा होने का क्या रहस्य था, कॉमिक्स में इसी की कहानी कही गई है।
Art
कॉमिक्स में कला निर्देशन प्रताप मुलिक जी का है, किंतु चित्र मिलिंद मिसाल जी ने बनाए हैं। शायद इसीलिए, मुलिक साहब के बनाए गए splash pages जैसी बात इस कॉमिक्स के तीनों splash पेजेस में नहीं नजर आती है।
Story
एक बार फिर लेखक ने सुपर फैंटास्टिक सुपर मानव गगन, और वज्र ग्रह के सुपर मानव विनाशदूत को बिल्कुल ही नकारा सुपर हीरो दिखाया है। गगन को तो कपालफोड़ नामक एक अदना सा गिरोह बुरी तरह पीट देता है। लेखक ने विनाशदूत की फिर थोड़ी लाज रखी है।
कहानी के मुख्य किरदार भन्जा का भी उद्देश्य कुछ समझ नहीं आता है। कहीं तो वह पश्चाताप की भावना से पीड़ित दिखाया गया है। वह दोनों सुपर हीरो पर जानलेवा वार करने से मना कर देता है क्योंकि वह अच्छे लोग हैं। लेकिन कहानी के अंत में यकायक वह सब को मारने पर उतारू हो जाता है।
पूरी कहानी में लेखक ने यहां पुख्ता इंतजाम किया है कि इसे पढ़ने के बाद गगन को तो कोई सुपर हीरो मानेगा ही नहीं।
Final Verdict
कुल मिलाकर यह विशेषांक ना तो थ्रिल पैदा करता है और ना इस का हॉरर कुछ खास है। बस केवल सस्पेंस ही ठीक-ठाक बना है।
लेकिन एक बात स्पष्ट है कि एक बार फिर लेखक ने सुपर हीरोज के aura को भयानक क्षति पहुंचाई है।
रोचक। लेख पढ़कर तो ऐसा लग रहा है जैसे इस कहानी में इन सुपरहीरोज की जरूरत नहीं थी। बिना वजह उन्हें जाया किया।