कहानियों का संसार बेहद विचित्र लेकिन अंत हीन होता है खास करके जब बात हो रही हो कॉमिक्स की। कॉमिक्स की दुनिया में कब क्या हो जाए या कहा नहीं जा सकता और जो हो रहा है उसको झुठलाया भी नहीं जा सकता। कहानियों की एक कमी भी होती है अगर किसी कहानी को बहुत लंबा खींचा जाए तो धीरे-धीरे करके उसमें नीरसता का संचार होने लगता है। कुछ ऐसा ही राज कॉमिक्स के मुख्य किरदार नागराज की कहानियों में होने लगा था। खजाने की खोज के बाद शुरू हुआ विश्व रक्षक नागराज का सफर धीरे धीरे एक दायरे में बंधना शुरू हो गया था। अब अगर यह कोई सच्ची कहानी होती है तो इसमें बदलाव करना असंभव होता लेकिन यह कल्पनाओं का संसार है, यहां पर मात्र कल्पनाओं को पंख देने की जरूरत है और वह अनंत आकाश में किस दिशा में उड़ान भर लेंगे यह कई बार लेखक भी नहीं सोच पाता है। इसी प्रकार विश्व रक्षक नागराज की कहानियों में उत्पन्न हो रही नीरसता को भंग करने के लिए पहले आतंक हरता और उसके पश्चात एक नए आयाम के नरक नाशक नागराज की रचना, हमारे देसी stan lee श्री संजय गुप्ता जी की कल्पना शक्ति से हुई।
Home » आदिपर्व…स्वर्णिम युग में वापसी का द्वार
आदिपर्व…स्वर्णिम युग में वापसी का द्वार
बदलाव के साथ भी एक समस्या होती है की वह अधिकतर लोगों को पसंद नहीं आता है। भले ही रूटीन जिंदगी में नीरसता बनी हो लेकिन बदलाव से लोग घबराते हैं। नरक नाशक नागराज को शुरू में लोग जल्दी स्वीकार नहीं कर पाए लेकिन एक के बाद एक आई दमदार कहानियों के असर से आज नरक नाशक नागराज नागराज के हर रूप में सर्वाधिक लोकप्रिय रूप है।
एक नई उत्पत्ति के साथ आपके सामने अनंत दरवाजे खुल जाते हैं जिन के माध्यम से आप शून्य से 1 पूरे ब्रह्मांड का निर्माण कर सकते हैं। नरक नाशक के इस ब्रह्मांड के निर्माण की अगली कड़ी है राज कॉमिक्स बाय संजय गुप्ता की नवीन पेशकश ‘आदि पर्व’।
तो आइए बात करते हैं नागग्रंथ श्रृंखला के पहले अध्याय आदि पर्व की।
1. कथानक
आदि पर्व की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि इस 92 पृष्ठ के अध्याय में एक साथ कई सारी कहानियां चल रही है और एक एक कहानी पाठक के मन में उत्सुकता पैदा कर रही है। चाहे वह नागराज की खुद की उत्पत्ति तलाशने की मुहिम हो या फिर डोगा और उसके चाचाओं के बीच में घटित हुए घटनाक्रम का सस्पेंस, यह सभी कहानियां इस खूबसूरती से इन पन्नों में पिरोई गई हैं कि एक बार जब आप कॉमिक्स को पढ़ना शुरू करते हैं तो खत्म होते ही आपके मन में अगले भाग के लिए उत्सुकता बढ़ जाती है।
कॉमिक्स में कुछ नए किरदारों या कहा जाए की राज कॉमिक्स के मूल ब्रह्मांड के कुछ मशहूर किरदारों को इस नए ब्रह्मांड में एक नए रूप में इंट्रोड्यूस किया गया है। लेखक नितिन मिश्रा ने एक एक पैनल में एक एक किरदार को इतनी बखूबी से गढ़ा है कि यह कॉमिक्स राज कॉमिक्स इतिहास की अब तक की सबसे बेहतरीन कॉमिक्स में से एक बन के तैयार हुई है। चाहे वह नागदंत का एक मॉडर्न स्वरूप हो या फिर थोडांगा का वही पुराना फ्लेवर, हर किरदार आपको बांधता है। But the icing on the cake is ‘अंतहीन‘.
आज इंटरनेट के जमाने में यह सभी पाठक जानते हैं कि Anthony, Caliber Comics के किरदार Crow का blatant copy है। यह तथ्य कभी भी एंथोनी को एक full fledged superhero के रूप में establish नही होंने देता था। लेकिन नरक नाशक ब्रह्मांड के साथ नितिन मिश्रा एवं संजय गुप्ता जी को वह मौका मिला जिससे कि वह एंथोनी जैसे सशक्त किरदार को एक नए स्वरूप में पेश कर सके। यह अंतहीन प्रेत अंकल और एंथोनी के समागम से बना एक ऐसा किरदार है जिसके introduction ने मुझे इसकी origin स्टोरी जानने के लिए बहुत उत्साहित किया है।
2. आर्ट
हेमंत कुमार का चित्रांकन एवं विनोद कुमार तथा जगदीश कुमार की inking इस कॉमिक्स को और इस सशक्त कहानी को चार चांद लगाते हैं। अनुपम सिन्हा जी की आर्ट के फैंस को हो सकता है की हेमंत कुमार का स्टाइल पसंद नहीं आता हो, लेकिन इस नए ब्रह्मांड की रचना एक नए artist से करवाने से इस कॉमिक्स को एक freshness factor मिलता हैं। यहां मैं एक बार फिर नागदंत की आर्ट का जिक्र करूँगा। ना सिर्फ लेखनी में बल्कि आर्ट में भी इस किरदार को एक मॉडर्न लुक मिलता है जोकि अनुपम जी के विश्व रक्षक संसार वाले किरदार से बिल्कुल अलग कर देता है या फिर ये कहे कि बेहतर कर देता है। पहली बार नागदंत, नागराज के समान शक्तिशाली लगा है जबकी अनुपम जी ने उसे एक डरपोक विलन का स्वरूप दे दिया था।
आदिपर्व का मुख पृष्ठ कमाल का बना है। काशी का चित्रण इतना सुंदर है कि इसे पढ़ के मैं स्वयं कल काशी दर्शन के लिये निकल रहा हूँ। सुना है नितिन मिश्रा जी भी काशी के है। शायद मुझे भी वहां creativity की कोई भभूत मिल जाये। तब तक के लिए कॉमिक्स पढ़ते रहिये और व्यर्थ के विवादों से दूर रहिये।
My Verdict – 9/10
Archit Srivastava
Dr Archit Srivastava aka Archwordsmith is a practicing doctor, writer and poet. He has penned over 300+ poems and stories over 26 years from a tender age of 10 years.
Share This
Previous Article