Unwanted श्रृंखला का पहला भाग अधिकतर पाठकों को बेहद पसंद आया था। लोगों को यह उम्मीद लगने लगी थी किसका आगामी अंक धुआंधार होगा। और फिर जब यह जानकारी सामने आई कि आने वाला अंक इस श्रृंखला का समापन अंक होगा तो उम्मीद है आसमान छूने लगी। तो क्या यह कॉमिक्स उम्मीदों पर खरा उतरती है? चलिए पता लगाते हैं
Credits
- Writer – Siddharth Agastya
- Art – Tarun Kumar Shau
- Coloring – Santosh Pillewaar
- Lettering – RaviRaj Ahuja
- Editor – Rohit Arora
- Publisher – Ishaan Nagpurwala
Artwork
किसी भी कॉमिक्स में कलरिंग कितना बड़ा असर छोड़ सकती है इसका जीता जागता उदाहरण है यह कॉमिक्स। जहां इसके पहले भाग में नवल थानावाला की कलरिंग ने, तरुण कुमार साहू के चित्रों में रंग भर दिए थे वही इस कॉमिक्स में संतोष पिल्लेवार ने चित्रों मे जो रंग भरे हैं वे काफी बेजान से लगते हैं। यह अंतर दोनों कॉमिक्स की तुलना करने पर स्पष्ट रूप से दिखता है।
Story
अनवांटेड के पहले अंक ने जो उम्मीदें बढ़ाई थी उन्हें यह दूसरा अंक पूरी तरह धराशाई कर देता है। कहानी का उद्देश्य क्या है, ये समझ ही नहीं आता। बस पहले फ्रेम से लड़ाई और आखिरी फ्रेम तक लड़ाई। और लड़ाई का भी हाल ये की कभी भी कोई किसी को पटक के पीट दे रहा है। और आखिर इस कहानी में आदर्श हीरो है कौन? दुख होता है ऐसा लिखते हुए मगर ये कहानी अधूरी है, अपूर्ण है।
इसके अलावा एडिटिंग में भी कमियां है जैसे की पृष्ठ 7 पर अरकनस लिखा है और पृष्ठ 20 पर अराकनस। डायलॉग्स भी impactful नही बने है। किसी कॉमिक्स की कमियां निकालते हुए मुझे अफसोस होता है but it is what it is.
Final Verdict
आर्क कॉमिक्स अभी तक कॉमिक्स बाजार में वह प्रभाव छोड़ने में सफल नहीं हुई है जिसकी उनसे आशा की जा रही है। कहानियों के concept अच्छे हैं मगर execution उस स्तर का नहीं हो पा रहा है जैसा कि आजकल के मार्केट का स्टैंडर्ड है। Maybe it is time for them to re-analyse their strategy ताकि हमें एक आदर्श कॉमिक्स मिल सके.