सर्वनायक श्रृंखला के अंतहीन सफल पर निकली हमारी यह गाड़ी सफर के दूसरे पड़ाव पर पहुंच रही है। यह एक ऐसा पड़ाव है जहां मन के भीतर एक अंतर्द्वंद चल रहा है। वह यह कि क्या मैं यह सफर जारी रखू, यह जानते हुए कि यह सफर खत्म होगा या नहीं इस पर अभी भी संशय है। या फिर मैं मंजिल की चिंता किए बिना सफर का आनंद लेता रहूं। फिलहाल तो मैंने इस अंतर्द्वंद में आनंद को चुना है और इसलिए मैं आपके सामने पेश कर रहा हूं भोकाल की कॉमिक्स अंतर्द्वंद का dissection.
Credits
- Writer – Nitin Mishra
- Art – Hemant
- Effects – Abdul Rasheed
- Calligraphy – Harish Sharma
- Editor – Sanjay Gupta
Plot
भोकाल शक्ति को खो चुके भोकाल को तिलस्मा नामक तिलिस्म में प्रवेश करना पड़ता है। यह एक ऐसा तिलिस्म है जो पग पग पर उसकी परीक्षा लेगा और इस परीक्षा को पार करने पर ही आलोप को भोकाल शक्ति वापस मिलेगी। बस इस तिलिस्म के चरणबद्ध तरीके से टूटने की कथा है अंतर्द्वंद
Art
धिक्कार कॉमिक्स की तरह ही इस कॉमिक्स में भी चित्रकार हेमंत जी ने अच्छा काम किया है। धिक्कार के मुकाबले भोकाल के चेहरे में एक uniformity इस कॉमिक्स में दिखाई दी है। जहां भोकाल का चित्रण पहले से बेहतर है, वही विशेष तारीफ करनी चाहिए हमारे देवी देवताओं खासकर भगवान शिव के चित्रण के लिए। एक बार भोकाल तिलिस्म में प्रवेश कर जाता है, तो उसके बाद उस तिलिस्म के अलग-अलग चरणों का जो चित्रांकन हुआ है, वह वाकई में लाजवाब लगता है। चाहे वह अग्नि वाले फ्रेम हो या फिर भोकाल के द्वारा अपने लहू से धरती को सीचना हो, हर चित्र में कई भाव छुपे हुए दिखते हैं। वाकई में हेमंत जी का आर्ट लाजवाब है। और जितना आर्ट लाजवाब है उतनी ही बेहतरीन कलरिंग और इफेक्ट्स की वजह से इस प्रॉमिस का आर्टवर्क सराहनीय बन गया है।
Story
अंतर्द्वंद की कहानी कोई आम कहानी नहीं है। यह ऐसा एडवेंचर है जो पहले पन्ने से लेकर आखिरी पन्ने तक आपको रोमांचित करके रखेगा। पंच तत्वों के आधार पर बनाए गए तिलिस्म की कल्पना करने और उसे लिखकर जीवंत करने मे लेखक ने जो मेहनत की है वह वाकई में सराहनीय है। भोकाल की कई कॉमिक्स आई होंगी लेकिन यह पहली कॉमिक्स है जिसमें वाकई में या एहसास हुआ है कि भोकाल एक महा योद्धा है। इस कहानी के साथ ही युद्धेष्ठवीर की कथा भी चलती रहती है जो भोकाल उत्पत्ति को और रहस्यमई बनाती है। एक ही कॉमिक्स में एक साथ दो अलग समय की कहानियों को खूबसूरती से पिरोना यह सिर्फ नितिन मिश्रा जी कर सकते हैं।
Final Verdict
अंतर्द्वंद अपने में एक संपूर्ण कहानी है लेकिन इसी कहानी के समापन से शुरू होती है हमारी सर्वनायक की महागाथा। धिक्कार और अंतर्द्वंद का रसपान किए बिना युगांधर को समझना बेहद कठिन होगा। यह कॉमिक्स वाकई में एक must have कॉमिक्स है।