Hello Comic Nerds
मुझे राज कॉमिक्स का हास्य हिंडोला काफी पसंद है। इसका मुख्य कारण है इस श्रृंखला का आर्टवर्क जोकि दिल को बहुत लुभाता है। जब राज कॉमिक्स ने हास्य हिंडोला नामक comic strip शुरू करी थी तब मुझे इन्हें पढ़ने में बहुत आनंद मिलता था। फिर कुछ समय पहले राज किड्स यूनिवर्स के रूप में राज कॉमिक्स बाय संजय गुप्ता ने एक कॉमिक्स प्रकाशित करी जिसका शीर्षक था मैंने झापड़ मारा ध्रुव को। यह कॉमिक्स भी मुझे काफी पसंद आई और इसीलिए जब राज कॉमिक्स बाय संजय गुप्ता ने हास्य हिंडोला श्रृंखला के तहत हैप्पी वैलेंटाइंस डे नामक कॉमिक्स की घोषणा करी तब मैं काफी उत्साहित हो गया।
आज मैं उसी कॉमिक्स का dissection करने जा रहा हूं।
Credits
- Writer – Mandar Gangele/Anurag Singh
- Art – Sushant Panda
- Coloring – Basant Panda
- Editor – Sanjay Gupta
Art
कॉमिक्स का आर्टवर्क एक बार फिर आंखों को आनंदित करने वाला है। अपने सुपर हीरो स्कोर बालस्वरूप में देखकर एक अलग ही प्रकार की खुशी मिलती है। इस कॉमिक्स में भी आर्ट वर्क मुझे काफी पसंद आया हालांकि मैंने झापड़ मारा ध्रुव को के मुकाबले यह आर्टवर्क थोड़ा कमजोर पड़ता है।
Story
कॉमिक्स में कुल मिलाकर 3 कहानियां है। और इन तीनों की समीक्षा एक-एक करके करना ही बेहतर होगा।
१. वैलेंटाइंस डे
इस कहानी मैं शुरू से अंत तक एक आध punches को छोड़कर कुछ भी सराहने योग्य नहीं है। मिस किलर का जापानी बोलना किसी भी प्रकार से हास्य की श्रेणी में नहीं आता है। डोगा का बार-बार गलत शब्दों का उच्चारण करना और परमाणु का उसे करेक्ट करना काफी उबाऊ लगता है। दरबान के कपड़े फाड़ देना,उसकी मूंछें नोच लेना, यह उस स्तर के व्यंग है जिन्हें शायद गोविंदा की पुरानी फिल्मों की तरह त्याग देना ही बेहतर होता।
22 पन्नों में लिखी इस कहानी ने मुझे बहुत ही ज्यादा निराश किया और मेरा आगे की कहानी पढ़ने का मन नहीं किया। लेकिन किसी तरह हिम्मत करके मैंने इस कॉमिक्स की दूसरी कहानी को भी पढ़ ही लिया।
२. लास्ट हिंडोला
इस कहानी में कुछ punches वाकई में अच्छे बने हैं। यह एक सीधी सरल और मन को गुदगुदाने वाली कहानी है लेकिन इसमें भी डोगा को toilet humor वाले डायलॉग्स पकड़ा कर कहानी के स्तर को हल्का कर दिया गया है। कहानी के आखिरी में तिरंगा वाले पैनल्स काफी मनोरंजक बने हैं।
इस कहानी को पढ़ने की वजह से मुझे हिम्मत मिली कि मैं इस कॉमिक्स के अंतिम अध्याय को पढ़ू।
३. गणतंत्र दिवस
एक बार फिर एक आध jokes को छोड़कर यह कहानी बेहद निराश करती है। डोगा को दोबारा गलत उच्चारण वाला किरदार पकड़ाया गया है जो वाकई में बहुत नीरस है। कहानी का आखरी फ्रेम वही कहता है जो मेरी आंखें मेरे दिमाग से कहना चाहती हैं।
Final Verdict
कुल मिलाकर हैप्पी वैलेंटाइन्स डे एक बेहद उबाऊ कॉमिक्स है जो शायद केवल उन्हीं लोगों को पसंद आएगी जो आज भी सलमान खान की पिक्चरों का लुफ्त उठाते हैं। उम्मीद है कि इस प्रकार की कॉमिक्स राज कॉमिक्स बाय संजय गुप्ता द्वारा दोबारा प्रकाशित नहीं की जाएगी।