Hello Comic Nerds
जब आप किसी सुपर हीरो या सुपर हीरोइन को दिव्य शक्तियों का स्वामी बनाते हैं तो आप बाध्य हो जाते हैं कि उसकी कहानियों में हमेशा उसकी टक्कर एक ऐसे प्रतिद्वंदी से हो जो उसकी शक्तियों से भिड़ने का माद्दा रखता हो।
अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो कहीं ना कहीं आप अपने रचे उस किरदार को कमजोर करते जाते हैं।
इसको ठीक वैसे ही समझिए की किसी कहानी में Daredevil Thor को परास्त कर दे। हालांकि एक अच्छा लेखक इस संभावना को भी संभव बना सकता है लेकिन तार्किक दृष्टिकोण से यह हास्यास्पद लगेगा।
और इसी तर्क का ध्यान रखते हुए लिखी गई है शक्ति की यह कॉमिक्स चार चांडाल (Chaar Chandaal) जिसका आज होने जा रहा है dissection.
Credits
- Writer – Hanif Azhar/Vivek Mohan
- Art – Naresh Kumar
- Coloring – Sunil Pandey
- Editor – Manish Gupta
Plot
चार चांडाल (Chaar Chandaal) कहानी है एक असुर चाण्डुल की जिसे माता काली से वरदान प्राप्त होता है कि उसे ब्रह्मांड का कोई भी मनुष्य, देवता, असुर और पशु परास्त नहीं कर सकता है। इस वरदान के प्रभाव से उसके शरीर से चारों शक्तियां चार रूप में अलग हो जाती है। अब शक्ति चाण्डुल कि इन चार शैतानी शक्तियों का अंत कैसे करती है इसी की कहानी है चार चांडाल।
Art
कहानी का आर्टवर्क काफी औसत है। चेहरे काफी आड़े तिरछे बने हुए दिखते हैं और शरीर के अलग-अलग अंग के अनुपात कई फ्रेम्स में बहुत अजीब नजर आते हैं। हालांकि एक्शन दृश्यों में चित्रांकन कई जगह काफी अच्छा बना है खासकर चंडगज और चंडदैत्य से लड़ाई वाले भाग।
Story
जैसा कि मैंने शुरू में लिखा कि जब आप एक दैवीय किरदार रचते हैं तो उसके प्रतिद्वंदी भी उतने ही शक्तिशाली होने चाहिए। इस कॉमिक्स में प्रतिद्वंदी शक्ति से भी ज्यादा शक्तिशाली है। जिस वजह से शक्ति को बुद्धि बल के साथ साथ छल का भी प्रयोग करना पड़ता है। यह कहानी शक्ति को एक मजबूत सुपर हीरोइन के रूप में प्रस्तुत करती है जोकि शक्ति की अन्य कॉमिक्स से काफी अलग है। कहानी की गति काफी तेज है और शुरू से अंत तक लगातार एक्शन की भरमार है।
कहानी में कई बार ऐसा प्रतीत होता है की शक्ति हार जाएगी जिससे कहानी में रोचकता बनी रहती है। अगर शक्ति की इसी प्रकार की कहानियां अच्छे आर्टवर्क के साथ पेश की जाती तो शायद आज वह किरदार उस मुकाम पर होता जिस मुकाम पर Marvel का Thor है।
Final Verdict
राज कॉमिक्स के कुछ किरदार ऐसे हैं जिनकी कहानियां मैं बिना किसी उम्मीद के पढ़ना शुरू करता हूं। यह किरदार अपनी कमजोर पेशकश की वजह से कभी भी महत्वपूर्ण महसूस नहीं हुए। लेकिन चार चांडाल पढ़ने के बाद मुझे पहली बार शक्ति के किरदार में वह potential दिखा जो शक्ति के launch के वक्त आई द्विनायक कॉमिक्सो में था।
उम्मीद करता हूं कि राज कॉमिक्स बाय संजय गुप्ता इस किरदार को एक नए रूप से पेश करने की कोशिश करेगी ताकि भारत की सबसे ताकतवर महिला सुपर हीरोइन के किरदार के साथ न्याय हो सके।
रोचक। ये वाली कॉमिक बुक पढ़ने की कोशिश रहेगी।