Hello Comic nerds
गगन और विनाशदूत मुझे दो ऐसे सुपर हीरो लगते हैं जिन्हें लेकर राज कॉमिक्स काफी कहानियां रच सकती थी। लेकिन राज कॉमिक्स ने जिस प्रकार की कहानियों में उन्हें रखा, वे कहानियां उन्हें ले डूबी.
अधिकतर तो वे दोनों थ्रिल हॉरर सस्पेंस के विशेषांक में ही नजर आए।
ऐसे ही एक विशेषांक का आज मैं करने जा रहा हूं dissection.
Credits
- Writer – Tarun Kumar Wahi
- Art – Pratap Mullick
- Editor – Gupta brothers (Take your pick)
Plot
शैतान कहानी है एक ऐसे शैतान की जो अचानक कोलकाता में तबाही मचा देता है और सैकड़ों लोगों की हत्या कर देता है। उस शैतान के पीछे क्या राज है, और उसे कैसे रोकते हैं गगन और विनाशदूत, इसी की कहानी है शैतान।
Art
कॉमिक्स में चित्रांकन प्रताप मुलिक जी का है। अपनी चिर परिचित शैली में उन्होंने इस कॉमिक्स को भी अपने खूबसूरत चित्रांकन से संवारा है। विशेषकर पृष्ठ संख्या 56 पर बनाया गया स्प्लैश पेज बेहद सुंदर लगता है।
Story
जब एक कॉमिक्स में दो सुपर हीरो हो, तब धमाकेदार एक्शन की गुंजाइश रहती है। अगर वे दो सुपर हीरो सुपर फैंटास्टिक, सुपर मानव गगन और रहस्यमई वैज्ञानिक शक्तियों का स्वामी विनाशदूत हो, तो कहानी में काफी मसाले डाले जा सकते हैं। लेकिन बदले की पृष्ठभूमि पर लिखी गई इस कहानी में, वे दोनों मात्र सहयोगी किरदार के रूप में नजर आते हैं। उनका काम केवल एक शैतानी आत्मा को अपने बाकी शैतानी सहयोगियों से बदला लेने में मदद करने का रह जाता है। कहानी का अंत बहुत abrupt and dull है। एक बहुमंजिला इमारत जितने ऊंचे शैतान से दो सुपर हीरो के द्वंद को दिखाने का मौका लेखक ने जाया कर दिया है।
इसके अलावा कहानी में कुछ सिद्धांत तो मेरे समझ के परे थे या शायद लेखक कुछ अधिक सेक्यूलर मूड में थे। मसलन मुख्य विलेन जोरावर खान की बेटी का नाम शिखा है, और जोरावर खान की कब्र पर ईसाई क्रॉस लगा हुआ दिखाया गया है।
Similar revenge के plot पर 12 घंटे और लॉकेट भी लिखी गई थी। साफ है कि लेखक ने अपने ही पुराने फार्मूले को उठाकर एक नई कहानी रचने का प्रयत्न किया है। लेकिन वह कहानी ना केवल उबाऊ है, बल्कि दो सुपर हीरो के करियर को भी डुबाने में सक्षम रही है।
Final Verdict
शैतान को अगर केवल थ्रिल हॉरर सस्पेंस की कहानी मानकर पढ़ा जाए तो यह कहानी इतनी बुरी नहीं लगती है। लेकिन गगन और विनाशदूत सरीखे सुपरहीरोज को लेकर लेखक ने जो प्रयास किया है वह बिल्कुल भी सराहा नहीं जा सकता है।
रोचक। थ्रिल हॉरर सस्पेंस की कहानी समझकर ही पढ़ेंगे।