Hello Comic Nerds
The third film in a trilogy is the weakest. 13 घंटे इस हॉरर श्रृंखला की दबंग 3 है। या फिर कह सकते हैं कि 13 घंटे इस श्रृंखला की धूम 3 है। आप चाहे तो दोनों में से जो उदाहरण आपको पसंद आए उसे स्वीकार कर सकते हैं। लेकिन मूल बात वही रहेगी कि यह एक गैर जरूरी कॉमिक्स है।
और आज इस गैरजरूरी कहानी का मैं करने जा रहा हूं dissection.
Credits
- Writer – Tarun Kumar Wahi
- Art and Inking – Vinod Kumar
- Coloring – Praveen Singh
- Calligraphy – Nitish Sharma
- Editor – Manoj Gupta
Plot
12 घंटे और लॉकेट में हमारा परिचय लालकृष्ण की हवेली से हुआ था। अधिक जानकारी के लिए आप 12 घंटे और लॉकेट के मेरे dissection पढ़ सकते हैं।
आप सब को याद होगा की लालकृष्ण चूहों की मदद से कब्र खोद के मुर्दों के जेवर इत्यादि चुरा लेता था। बस उसी लालकृष्ण के खजाने की कहानी को आगे खींचने का प्रयास इस कॉमिक्स में किया गया है।
Art
कॉमिक्स का आर्ट विनोद कुमार जी द्वारा बनाया गया है और सच कहूं तो वह आर्ट लाजवाब है। लालकृष्ण की आत्मा का चित्रण काफी लुभावना लगता है। आंधी का स्पेशल इफेक्ट बहुत उम्दा बना है। दुख की बात यह है कि इस कॉमिक्स का आर्ट जितना बेहतरीन है उतनी ही रद्दी इसकी कहानी है.
Story
13 घंटे एक जबरदस्ती थोपी हुई कहानी लगती है। कहानी में किसी भी प्रकार का नयापन नहीं है और जिन लोगों ने 12 घंटे और लॉकेट पढ़ी होगी उन्हें ऐसा महसूस होगा कि वह उसी कहानी का कोई रीमिक्स पढ़ रहे हैं। कॉमिक्स में कुछ डायलॉग तो cringe कि श्रेणी में आते हैं। सेठ गिरधारी लाल के बेटे और बेटी द्वारा अपने माता-पिता के कातिलों पर हमला करते वक्त बोले गए डायलॉग शायद सन 80-90 में पसंद किए जाते, किंतु आज के समय में उन्हें पढ़कर हंसी ही आती है।
कहानी में अगर कोई अच्छी बात है तो वह यह है कि लेखक ने इस के अगले भाग के लिए कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी है।
कहानी में कुछ विवादास्पद पहलू भी है लेकिन इस पर चर्चा comic controversy के तहत एक लघु लेख के माध्यम से की जाएगी।
Final Verdict
जैसा कि मैंने dissection की शुरुआत में ही बोला था कि यह एक गैर जरूरी कॉमिक्स है। जो कहानी लालकृष्ण के आत्महत्या करने से खत्म हो गई थी, उसे जबरदस्ती खींचने का प्रयास किया गया है। अगर आप आज भी सन 1980 या 90 के दशक की सतही हॉरर कहानियां पढ़ने के इच्छुक हैं तो आपको यह कॉमिक्स लेनी चाहिए। लेकिन अगर आप हॉरर के नाम पर अच्छी कहानी पढ़ना चाहते हैं तो इस कॉमिक्स कि आपके कलेक्शन में कोई जगह नहीं है।