Hello Comic Nerds
राज कॉमिक्स बाय मनोज गुप्ता पब्लिशिंग हाउस के तहत पहली नई हॉरर कॉमिक्स शीघ्र ही मार्केट में आने वाली है। इस कॉमिक्स का शीर्षक 13 घंटे रखा गया है और कयास यह लगाए जा रहे हैं कि यह पूर्व में प्रकाशित हॉरर कॉमिक्स 12 घंटे (12 ghante) और लॉकेट की कहानी का अगला अध्याय है।
एक जमाना था जब राज कॉमिक्स निरंतर थ्रिल हॉरर सस्पेंस category के तहत कहानियां प्रकाशित कर रहा थी। उस दौरान कई अच्छी कहानियां भी आई और कई बेहद औसतन।
लेकिन 12 घंटे और लॉकेट में ऐसी क्या खास बात थी कि उसके अगले अध्याय को लिखने की आवश्यकता पड़ी। और क्या वाकई कहानी में कुछ ऐसा कौन छोड़ा गया था कि तीसरा अध्याय लिखा जा सके।
बस इसीलिए मैंने तय किया कि अपनी कॉमिक्स के पिटारे में से इन दोनों कहानियों को निकालकर करूंगा इन दोनों का सिलसिलेवार dissection.
Credits
- Writer – Tarun Kumar Wahi
- Art – Dhammi and Vinod
- Editor – Manish Gupta
Plot
12 घंटे कहानी है एक रहस्यमयी व्यक्तित्व वाले भिकारी लालकृष्ण की जिसने कब्रिस्तान के चूहों को कब्रों में से सोने चांदी इत्यादि को खोदकर निकालना सिखाया है। सालों से इस काम को करते हुए उसने अपने पास एक बहुत बड़ा खजाना इकट्ठा कर लिया है। और इस खजाने को पाने के लिए लगे हुए हैं कुछ अपराधी किस्म के व्यक्ति।
Story
12 घंटे (12 ghante) की कहानी एक linear narrative पर चलती है जहां पाठक को हर फ्रेम के साथ एक अंदाजा लगता चला जाता है कि अगले पन्ने में क्या होना है। कहानी में चूहों के प्रयोग को काफी बेहतर ढंग से दिखाया गया है लेकिन कहानी में हॉरर का element तकरीबन आधी कॉमिक्स के निकल जाने के बाद ही आता है। वहां से भी कहानी कोई खास भय पैदा करने में कामयाब नहीं होती है लेकिन अपनी सीमाओं के अंदर रहते हुए भी पाठक को अगले भाग के लिए रोमांचित करने में सफल होती है।
हालांकि कॉमिक्स के आखिर में कब्रिस्तान के चौकीदार वाले sub plot के अंत का कोई औचित्य समझ नहीं आता है।
Art
कॉमिक्स का आर्ट बेहद लुभावना लगता है। कलरिंग और शेडिंग चित्रों में वह समा बांध देती है जो कहानी बांधने में सक्षम नहीं होती है। चूहों के चित्र वाले पैनल, किसी भी बाल मन को असहज महसूस करा सकते हैं। लेकिन इस कॉमिक्स का सबसे बेहतरीन artwork पृष्ठ 16 और 17 में बनाये गये स्प्लैश पेज मे दिखता है। उस जमाने में इस पृष्ठ ने यकीनन कई लोगों के मन में भय पैदा करने में सफलता पाई होगी।
Final Verdict
कुल मिलाकर 12 घंटे एक औसत कहानी है जिसे अच्छे चित्रांकन के बल पर प्रकाशक ने एक अच्छी हॉरर कॉमिक्स में परिवर्तित किया है। कहानी का अंत अगले भाग के लिए काफी हद तक उत्सुकता पैदा करता है। और इस अगले भाग का dissection आपको शीघ्र ही मिलेगा।
कहानी रोचक लग रही है। पढ़ने की कोशिश रहेगी।