आजादी की ज्वाला – Second reading review

राज कॉमिक्स के दो भाग होने की खबरों के साथ ही कॉमिक्स प्रेमियों के मन मे यह डर बैठ गया था कि शायद यह भारतीय कॉमिक्स जगत का अंत है। जैसे कभी सर्कस मनोरंजन के साधन हुआ करते थे और…

This is a trap…I repeat this is a Trap.

राज कॉमिक्स बाय संजय गुप्ता इस तथ्य को भली भांति स्थापित कर रही है की राज कॉमिक्स के स्वर्णिम काल में संजय गुप्ता का बेहद अहम योगदान रहा था। युगारंभ इत्यादि को रिप्रिंट की श्रेणी में रखते हुए अगर सिर्फ…

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