फिक्शन कॉमिक्स मेन स्ट्रीम कॉमिक्स पाठकों के लिए अभी भी एक पहेली बनी हुई है। प्रचार प्रसार की कमी कह सकते हैं या पुराने कॉमिक्स पाठकों का राज कॉमिक्स के अलावा कहीं ना देखने का जुनून, चाहे जो भी कारण…
Is it half full or half empty?
Is the glass half full or is it half empty?An optimist looks at the half full portion.A pessimist looks at the half empty portion.But a realist looks at both. That half and half glass is a representative of life. We…
Taru Tilism (तरु तिलिस्म) – Another mixed bag
अश्वसम्राट बांकेलाल श्रृंखला का पहला भाग आबुरा का तिलिस्म एक नया तरह का प्रयोग था, जहां गंभीर किरदार गंभीर ही था और हास्य किरदार हास्य ही परोस रहा था। तरु तिलिस्म उसी प्रयोग को आगे ले जाने वाली इस श्रृंखला…
Nauseating nostalgia – 2 (राज कथाएं -8)
जी हां एक बार फिर आपका स्वागत है nauseating nostalgia नामक इस श्रृंखला में जहां हम बात करेंगे उन कॉमिक्स की जिनके रिप्रिंट केवल जुनून के नाम पर बिक रहे हैं। जबकि इनके अंदर की कहानी ऐसी है कि खुले…
राज रहमान और घरशनपुर का प्रेत (Raj Rahman) – What Ram Rahim could have been
मुझे राम रहीम की कॉमिक्स कुछ खास पसंद नहीं है। उसके पीछे मात्र एक कारण है और वह यह की राम रहीम की कहानियों में जासूसी नाम मात्र की होती थी और अतिशयोक्ति अथाह। इसलिए जब bullseye press ने नॉस्टैल्जिया…
सतयुग (Satyug) 2 – Starts slow, ends with a blow
थोड़े ही समय में स्वयंभू कॉमिक्स ने अपनी गिनी चुनी कॉमिक्स के माध्यम से एक अच्छी पहचान बना ली है। यह कहना गलत नहीं होगा कि आज की तारीख में वह भारतीय कॉमिक्स जगत के टॉप 3 कॉमिक बुक पब्लिशर्स…
Monsters in uniform
I call myself a poet,I paint a picture through my words,But lies my pen now comatose,Can’t get what is wrong with world,It wants to scribble agony,It tries to vent out anger in me,It cries and tries to write a word,But…
Dance Anthem (Lyrics)
Stop tapping your feet,Stop listening to the beat,Get up and shake your booty,You ain’t here on a duty,So let your hair down,Have fun like a clown,Give me a 1, 2, 3,And let your body free And let your body free, And let…
Raj kathayein – 7
जी हां। आज मैं जिस कॉमिक्स का dissection करने जा रहा हूं वह एक कॉमिक्स नहीं बल्कि चार कॉमिक्स का संलग्न स्वरूप है। राज कॉमिक्स बाय मनीष गुप्ता जी द्वारा इसको नाम दिया गया है राज कथाएं। और आज मैं…
Sarvmanokaamna siddhi (सर्वमनोकामना सिद्धि) – A little glimpse of old era
पिछले कुछ समय में बांकेलाल की जितनी भी कॉमिक्स आई है उन्हें पढ़ने के बाद सच कहूं तो मुझे डर लगने लगा है। बांकेलाल की कोई भी नई कॉमिक्स खरीदने और उसे पढ़ने के पीछे अब सिर्फ एक कारण रह…